ये क्या गजब तमाशा है भोले के दरबार केदारनाथ मे ?

उत्तराखण्ड को देव भूमि कहा जाता है यहां पर भगवान विष्णु का धाम श्री भगवान बद्रीनाथ का धाम है गंगा यमुना सरस्वती का उद्गम भी यहीं से है और साथ में पंच प्रयाग ,पंच केदार भी देवभूमि मैं है केदारनाथ उत्तराखंड राज्य के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित है। हर साल बड़ी संख्या में लोग यहां दर्शन के लिये पहुंचते हैं। इस साल 25 अप्रैल को खोले गये हैं। केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ ही भक्तों के यहां आने का सिलसिला जारी है। हालांकि बीते काफी समय से केदारनाथ धाम रील्स को लेकर चर्चा में है। सोशल मीडिया पर केदारनाथ धाम से अनेक वीडियो और फोटो देखने को मिला रहे हैं

लोग केदारनाथ मंदिर में फोटो और रील बनाकर इंटरनेट मीडिया पर वायरल कर रहे थे
जिससे धार्मिक भावनाओं को भी ठेस पहुंच रही है।करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। जिसके लिए बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति ने साइन बोर्ड भी लगा दिए हैं। जिसमें धाम आने वाले भक्‍तों से मर्यादित कपड़े पहनकर मंदिर आने की अपील भी की गई है।
केदारनाथ मंदिर परिसर, भैरवनाथ मंदिर समेत केदारनाथ मंदिर के आस-पास मंदिर समिति ने साइन बोर्ड लगाए हैं। जिनमें मंदिर के अंदर मोबाइल फोटो व वीडियो पर प्रतिबंध लगाने, मर्यादित कपड़ों में ही दर्शन करने समेत विभिन्न जानकारियां लिखी गई हैं। इस संबंध में मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने कहा है कि फोटो खींचने पर श्रद्धालु के खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी।

केदारनाथ के गर्भगृह से मोरारी बापू की एक ताजा फोटो वायरल हो रही है। जो अब मोरारी बापू विवादों में आ गए हैं। जबकि केदारनाथ मंदिर के भीतर फोटो खिंचाना, यहां तक कि मोबाइल ले जाना भी बैन है। ऐसे में लोग सोशल मीडिया पर सवाल पूछ रहे हैं कि क्या मोरारी बापू पर भी कोई कार्रवाई की जाएगी ?

अब केदारनाथ मंदिर समिति पर सवाल उठना लाजमी है क्या मोरारी बापू पर भी कोई कार्रवाई की जाएगी ?

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