ऋषिकेश की 16 वर्षीय नाबालिक के साथ दुष्कर्म और गर्भवती होने के मामले में उत्तराखण्ड राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने स्वतः संज्ञान लिया है।
जानकारी के अनुसार ऋषिकेश की रहने वाली एक 16 वर्षीय नाबालिक के पेट में दर्द होने की शिकायत लेकर परिजनों अस्पताल पहुंचे थे तब जांच के दौरान डॉक्टर ने बताया कि यह दर्द सामान्य नहीं है बल्कि नाबालिक के गर्भवती होने की वजह से हो रहा है। जिसपर डॉक्टरों की टीम ने नाबालिक की हालत को नाजुक बताते हुए हायर सेंटर रेफर कर दिया था हायर सेंटर में चिकित्सकों के परामर्श पर पीड़िता ने बच्चे को जन्म दिया है। पीड़िता के अनुसार जनवरी महीने में उसके साथ अज्ञात युवक ने दुष्कर्म किया है। जिसपर महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने स्वतः संज्ञान लेते हुए एसओ ऋषिकेश खुशीराम पांडेय से फोन पर बात करते हुए सख्ताई से अतिशीघ्र कार्यवाही के लिए कहा है। अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने कहा कि मामला बहुत ही संवेदनशील और चिंताजनक है किसी बालिका के साथ इस प्रकार की घटना होना बहुत ही शर्मनाक व निंदनीय है। उन्होंने कहा कि ऐसी घिनौनी हरकत करने वाले अपराधी को बिल्कुल भी बक्शा नहीं जाना चाहिए उसे जल्द से जल्द ढूंढ कर पुलिस उसके विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई करें।
कोतवाल खुशीराम पांडे ने बताया कि मामले में परिजनों की शिकायत पर अज्ञात के खिलाफ दुष्कर्म करने की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया, पीड़िता के अनुसार घटना जनवरी की है इसके अतिरिक्त वह जानकारी देने की स्तिथि में नही है, मामले की जांच महिला उपनिरीक्षक सरोज नौटियाल को सौंपी गई है।
वहीं एसओ खुशीराम पाण्डेय ने कहा कि जल्द ही बच्चे का DNA टेस्ट करा कर संदिग्धों को जांच के दायरे में रखते हुए आरोपी को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।