अर्पण यदुवंशी, सेनानायक, SDRF द्वारा SDRF वाहिनी मुख्यालय, जॉलीग्रांट में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग द्वारा मासिक सम्मेलन लिया गया। सम्मेलन के माध्यम से सेनानायक महोदय द्वारा समस्त अधिकारियों/कर्मचारियों के आवासीय/भोजन व्यवस्था, उपकरणों की स्थिति तथा अन्य व्यक्तिगत/सामूहिक समस्याओं के संबंध में जानकारी प्राप्त की गई एवं समस्त समस्याओं का त्वरित निदान करने के संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए।
सेनानायक श्री अर्पण यदुवंशी ने सम्मेलन के दौरान कहा कि:-
➡️ अक्टूबर और नवंबर माह की चारधाम यात्रा के लिए SDRF पूरी तरह से तैयार है जिसमें हाई एल्टीट्यूड टीम भी तैयारी और सतर्कता के साथ तैनात रहेगी।
➡️ सैटेलाइट फोन को कार्यशील हालत में रखा जाएगा और उनका उपयोग उन क्षेत्रों में किया जाएगा जहां नेटवर्क की कमी है।
➡️ SDRF वाहिनी की बैकअप टीम हमेशा अलर्ट मोड पर रहेगी ताकि किसी भी आपातकालीन स्थिति का तुरंत सामना किया जा सके।
➡️ SDRF के जवानों को फिट और सक्रिय बनाए रखने के लिए स्पोर्ट्स एवम् मेडिकल कैंप का आयोजन किया जाए l
➡️ उच्च तकनीक वाले उपकरणों को चिन्हित कर क्रय हेतु प्रस्ताव बनाए जाएं जिससे रेस्क्यू ऑपरेशन प्रभावी तरीके से किये जा सके।
➡️ रेस्क्यू कार्यों में ड्रोन का उपयोग किया जाएगा ताकि खोज और बचाव कार्य में तेजी लाई जा सके।
➡️ वॉटर रेस्क्यू टीम के प्रशिक्षण कार्यक्रम भी निरंतर चलाए जा रहे हैं ताकि जल से संबंधित आपात स्थितियों में बेहतर प्रतिक्रिया दी जा सके।
➡️ माउंटेनियरिंग के नए कोर्स सिखाने हेतु भी आवश्यक कार्रवाई की जा रही है, जिससे टीम की पर्वतीय क्षमताओं को और भी मजबूत किया जा सके।
कुमाऊं परिक्षेत्र में SDRF की एक अन्य बटालियन का बनना प्रस्तावित है जिसके सम्बन्ध में कमांडेट श्री अर्पण यदुवंशी द्वारा अधीनस्थों को भूमि एवम् अन्य संबंधित कार्यो को समय से पूर्ण किये जाने के निर्देश दिए गए। इसके साथ ही भविष्य में केमिकल, बायोलॉजिकल, रेडियोलॉजिकल, न्यूक्लियर(CBRN) संभावित खतरों को देखते हुए CBRN टीम को और सशक्त बनाने हेतु अधिक से अधिक जवानों को चारधाम यात्रा के उपरांत रिफ्रेशर कोर्स कराने तथा CBRN रेस्क्यू कार्यों के दौरान प्रयोग होने वाले उपकरणों की खरीदारी हेतु आवश्यक कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया गया।
सेनानायक महोदय ने जानकारी साझा करते हुए बताया गया कि विगत 03 माह में SDRF द्वारा कुल 423 रेस्क्यू ऑपरेशन के माध्यम से 13429 लोगों को बचाया है एवं अंत तक 2024 वर्ष भर में 1,3941 लोगों को रेस्क्यू किया गया है।
सम्मेलन के दौरान उपसेनानायक श्री मिथिलेश कुमार, श्री विजेंद्र दत्त डोभाल, सहायक सेनानायक श्री श्यामदत्त नौटियाल, क्वार्टर मास्टर श्री राजीव रावत एवं अन्य अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित रहे।