उत्तराखंड स्थित चार धाम शीतकालीन यात्रा को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार पूरी तरह से संकल्पित है। राज्य सरकार की ओर से चारों धामों में बुनियादी सुविधाएं जुटाई जाएगी। उन्होंने तीर्थ पुरोहितों से भी इसमें सहयोग की अपील की। उत्तराखंड चार धाम तीर्थ महापंचायत ने राज्य सरकार की इस पहल की सराहना की।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड चार धाम तीर्थ पुरोहित महापंचायत के एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात के दौरान ये बात कही । उन्होंने कहा कि चार धामों के शीतकालीन पूजा स्थल खुशीमठ, मुखीमठ, ऊखीमठ और ज्योर्तिमठ में यात्री शीतकाल में आएं , इसके लिए राज्य सरकार गम्भीर है। इस संदर्भ में अधिकारियों को भी आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा वे स्वयं भी चार धाम के शीतकालीन पूजा स्थलों की दर्शन यात्रा करेंगे।
उत्तराखंड चार धाम तीर्थ पुरोहित महापंचायत के महासचिव डॉक्टर बृजेश सती ने बताया कि आज सचिवालय में चार धाम तीर्थ पुरोहित महापंचायत के प्रतिनिधिमंडल ने अध्यक्ष सुरेश सेमवाल के नेतृत्व में मुख्यमंत्री से मुलाकात कर ज्ञापन भी प्रेषित किया। ज्ञापन मे कहा गया कि चार धामों के शीतकालीन पूजा स्थलों में बुनियादी सुविधाएं जुटाना जुटाई जा य। इसके अलावा उन्होंने कहा कि शीतकालीन पूजा स्थलों का व्यापक स्तर पर प्रचार प्रसार किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि तीर्थ पुरोहित एवं पंडा समाज भी प्रचार प्रसार में सहयोग करेगा।
इस अवसर पर चार धाम तीर्थ महापंचायत के अध्यक्ष एवं गंगोत्री मंदिर समिति के सचिव सुरेश सेमवाल ने गंगोत्री धाम की शीतकालीन पूजा स्थल मुखवा से संबंधित समस्याओं का ज्ञापन मुख्यमंत्री को प्रेषित किया।
इस अवसर पर गंगोत्री तीर्थ पुरोहित महासभा अध्यक्ष संजीव सेमवाल, महापंचायत के मीडिया प्रभारी रजनीकांत सेमवाल, यमुनोत्री धाम के तीर्थ पुरोहित अनुरुद्ध प्रसाद उनियाल, यमुनोत्री मंदिर के पूर्व सचिव जगमोहन उनियाल, ब्रह्म कपाल पंचायत समिति के अध्यक्ष उमेश सती, चार धाम पंचायत के प्रवक्ता प्रशांत डिमरी के अलावा मुख्य मंत्री के गढ़वाल मंडल समन्वयक किशोर भट्ट भी मौजूद रहे