चार धाम यात्रा समीक्षा बैठक पर्यटन सचिव सचिन की अध्यक्षता में सचिवालय में आयोजित की गई । जिसमें चार धामों के तीर्थ पुरोहितों के अलावा चार धाम होटल एसोसिएशन और व्यापार सभा से जुड़े पदाधिकारी भी मौजूद रहे। बैठक में चार धाम यात्रियों के ऑफलाइन ऑनलाइन पंजीकरण, चारों धामों में यात्रा शुरू होने से पहले ही बुनियादी सुविधाओ, यात्रियों के दर्शन के साथ ही आधार लिंक आदि बिंदुओं पर चर्चा की गई।
आधार लिंक प्रणाली से संबंधित विषय पर पर्यटन सचिव ने बताया कि पिछले यात्रा काल की घटनाओं को ध्यान में रखते हुए आधार अनिवार्य किया गया है। जहां एक ही नाम से पंजीकरण करने पर कई लोगों द्वारा दुरुपयोग के मामले सामने आए थे, इस वर्ष OTP आधारित आधार लिंक प्रक्रिया को और अधिक सुदृढ़ किया जाएगा। इससे पंजीकरण प्रक्रिया में पारदर्शिता और विश्वसनीयता बढ़ेगी।
पर्यटन सचिव की ओर से बताया गया कि जिनके पास आधार नहीं है वह भारत सरकार से मान्यता प्राप्त परिचय से संबंधित दस्तावेज दिखाकर अपना पंजीकरण कर सकता है। इसके अलावा चार धाम आने वाले यात्री ऑफलाइन पंजीकरण भी कर सकते हैं।
पर्यटन सचिव ने स्पष्ट किया है कि जो भी यात्री चार धाम यात्रा पर आएगा ,उसके दर्शन की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। बिना दर्शन किए हुए कोई भी यात्री नहीं जाएगा।
चार धाम में यात्रियों की संख्या निर्धारित करने संबंधित विषय पर पर्यटन सचिव ने स्पष्ट कर किया कि अभी ऐसा कोई निर्णय नहीं लिया गया है । यात्रियों की संख्या बढ़ने की स्थिति में क्राउड मैनेजमेंट के लिए संबंधित जिलों के जिलाधिकारी और पुलिस कप्तान निर्णय लेंगे।
बैठक में निर्णय हुआ कि यात्रा काल के दौरान यात्रा से संबंधित भ्रामक वीडियो या पुरानी क्लिपिंग्स को सोशल मीडिया में प्रसारित करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
केदार सभा अध्यक्ष राजकुमार तिवारी ने कहां कि कुछ हेली सेवाओं द्वारा केदार नाथ मंदिर के ऊपर से उड़ान भरी जाती है, ऐसी कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए ।
गंगोत्री मंदिर समिति के प्रतिनिधि रजनीकांत सेमवाल ने धाम की समस्याओं को रखते हुए कहा कि हेलीपैड निर्माण से संबंधित अवरोध दूर कर इस यात्रा कल में गंगोत्री के लिए भी हवाई सेवा शुरू की जानी चाहिए ।
बैठक की जानकारी देते हुए उत्तराखंड चार धाम तीर्थ महापंचायत के महासचिव डॉक्टर बृजेश सती ने कहा कि चार धामों के तीर्थ पुरोहितो ,होटल एसोसिएशन एवं व्यापार सभा से जुड़े पदाधिकारी ने शासन के समक्ष विभिन्न बिंदुओं को रखा। कहा कि हम सबका उद्देश्य चार धाम आने वाली यात्रियों को दर्शन के साथ ही उन्हें बेहतर सुविधाएं मिले, यह हमारी प्राथमिकता है।धामों में यात्रा प्रारंभ होने से पहले बुनियादी सुविधा दुरुस्त की जानी चाहिए। डॉ सती ने कहा कि यात्रियों की संख्या का निर्धारण नहीं होना चाहिए, जिस पर पर्यटन सचिव ने कहा कि तीर्थ यात्राओं की सुविधा सर्वोपरि होगी और इसी उद्देश्य से यह यात्रा संचालित की जाएगी।
इस अवसर पर चार धाम महा पंचायत के उपाध्यक्ष संतोष त्रिवेदी , केदार सभा प्रवक्ता पंकज शुक्ला, केदार सभा महासचिव राजेंद्र तिवारी, गंगोत्री मंदिर समिति के प्रतिनिधि रजनीकांत सेमवाल, चार धाम होटल एसोसिएशन महासचिव निखिलेश सेमवाल, ब्रह्म कपाल तीर्थ पंचायत समिति अध्यक्ष उमेश सती, महापंचायत प्रवक्ता प्रशांत डिमरी, व्यापार सभा केदारनाथ अध्यक्ष चंडी प्रसाद , त्रिवेदी , मनोज तिगसोला, कुलदीप राणा विशाल नैथानी आदि उपस्थित रहे।