भाजपा सरकार बताये केदारनाथ जी में कितना सोना चढ़ा था , चोरी हुई की नहीं? इसकी जांच किसने की ? शंकराचार्य के आरोपों पर सरकार क्यों है मौन? कृष्णा माई की गुफा का नाम क्यों बदला गया?
इन सभी सवालों के जवाब के लिए 24 जुलाई से होगी केदारनाथ प्रतिष्ठा रक्षा यात्रा
कोटद्वार: आज भारतीय जनता पार्टी के समर्थकों व सरकार में बैठे लोगों की हरकतों की वजह से देश के सबसे पुराने बारह में से एक ज्योतिर्लिंग भगवान केदारेश्वर जो कि देश और दुनिया में उत्तराखंड के चार धामों में से एक श्री केदारनाथ धाम के नाम से प्रसिद्ध है उसकी प्रतिष्ठा पर चोट लगी है और उसकी प्रतिष्ठा की रक्षा के लिए आगामी २४ जुलाई से प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष करण माहरा के नेतृत्व में कांग्रेस श्री केदारनाथ धाम प्रतिष्ठा रक्षा यात्रा का आयोजन कर रही है जो १४-१५ दिन तक हरिद्वार से शुरू हो कर ऋषिकेश,देवप्रयाग,श्रीनगर,रुद्रप्रयाग होते हुए श्री केदारनाथ धाम पहुंचेगी जहां केदार बाबा के चरणों में पूजा अर्चना के साथ संपन्न होगी यह बात आज उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने आज कोटद्वार में बद्रीनाथ रोड स्थित एक होटल में आयोजित पत्रकार वार्ता में कही। उन्होंने कहा कि यात्रा के माध्यम से हम प्रदेश सरकार से उन सवालों का जवाब मांगेंगे जो ज्योतिष्पीठ के पूज्य शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद गिरी जी पूछ रहे हैं कि केदारनाथ धाम मंदिर में चोरी हुए दो सौ तीस किलो सोने की जांच क्यों नहीं करवाई गई, सोना चढ़ाने वाले को कितने किलो सोने के दान की रसीद मंदिर समिति ने दी, पहले चढ़ी हुई चांदी कहां गई, दिल्ली में केदारनाथ धाम मंदिर ट्रस्ट के नाम से नए मंदिर की स्थापना में केदारनाथ जी से शिला क्यों ले जाई गई, केदार धाम में कृष्णा माई गुफा का नाम क्यों बदला गया ? श्री धस्माना ने कहा कि भाजपा सरकार व भाजपा समर्थकों की इन हरकतों की वजह से आज पूरे देश और पूरे विश्व में सनातन धर्मावलंबियों की भावनाएं आहत हैं और अयोध्या मंडल में, प्रयागराज में, चित्रकूट नासिक व रामेश्वरम में लोकसभा चुनावों में हार से व अब बद्रीनाथ और हरिद्वार की हार से भी भाजपा सबक नहीं ले रही और अब केदारनाथ धाम पर की गई ओछी राजनीति का दंड उनको केदारनाथ उप चुनाव में भुगतना पड़ेगा। राज्य में आपदा प्रबंधन पर बोलते हुए श्री धस्माना ने कहा कि आज पूरे प्रदेश में चार धाम यात्रा रूट समेत सभी राष्ट्रीय राज मार्ग व राज्य राज मार्ग और सैकड़ों संपर्क मार्ग बरसात के कारण क्षति ग्रस्त हैं जिसके कारण रोजाना दुर्घटनाएं हो रही है और यात्री तथा स्थानीय जनता हलकान हैं किंतु सरकार उदासीन बनी हुई है। मालहन नदी के पुल की घटना को उन्होंने राज्य में चल रहे भ्रष्टाचार व अवैध खनन का सबसे बड़ा उदाहरण बताया। उन्होने कहा कि जब राज्य विधानसभा की अध्यक्ष के क्षेत्र में यह हाल है तो पूरे प्रदेश के अन्य क्षेत्रों की कल्पना कर सकते हैं। पत्रकार वार्ता में किसान कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री गुड्डू चौहान उपस्थित रहै